एहसास आंसुओ के सैलाब का Leave a Comment / काव्य / By Akelanand Spread the love Post Views: 143 एहसास आंसुओ के सैलाब का तुम्हारी पलको के भीगने के एहसास मात्र से ही जिसका दिल रो पड़ता हो, वही तुम्हारी आँखों में आंसुओ के सैलाब से भी न पिघले, तो समझ लेना वजह बहुत ही बड़ी है l “तेरी यादों में सदा खोये रहते है ,अब तो बिना सपनों के सोये रहते है l तूने कभी इन आँखों की गहराई न देखी ,ये बिना आंसुओ के भी रोये रहते है “ll