December 2024

मेरी वाली वेकअप करके मेकअप करती है ,बात बात पर मुझसे वो ब्रेकअप करती है

बात बात पर मुझसे वो ब्रेकअप करती है

कवि एवं अभिनेता – बीरेंद्र गौतम (अकेलानंद )

अकेलानंद

मेरी वाली वेकअप करके मेकअप करती है ।

बात बात पर मुझसे वो ब्रेकअप करती है ।।

किसी से मिलने जाऊ या किसी से मैं बतियाऊं,

सुबह शाम मोबाईल मेरा चेकअप करती है।

नए पुराने दोस्त किसी से कभी न मिलने देती,

गर लडकी के बगल से गुजरूँ पूरी खबर वो लेती ।।

खुद तो कितने लडको से वो हैण्ड शेकअप करती है,

बात बात पर मुझसे वो ब्रेकअप करती है ।।

इस सन्डे को कपड़े मांगे उस सन्डे को सैंडल,

खर्चा इतना करवाती अब होती नही है हैंडल ।

मिलते ही सैलरी सारी वो टेकअप करती है,

बात बात पर मुझसे वो ब्रेकअप करती है ।।

सुबह सुबह बिस्तर से बोले जल्दी दे दो काफी,

गलती चाहे वो करती फिर भी मैं मांगू माफ़ी ।

जाने की धमकी देती, फौरन पैकअप करती है ,

बात बात पर मुझसे वो ब्रेकअप करती है ।।

 

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तू तडपेगी जरूर , मगर धीरे धीरे

तू तडपेगी जरूर , मगर धीरे धीरे

 

तू तडपेगी जरूर , मगर धीरे धीरे ।

मिलने को होगी मजबूर , मगर धीरे धीरे ।

आइना देखकर यूँ, इतना इतराया न कर,

ये उम्र भी ढलेगी जरूर, मगर धीरे धीरे ।।

इन हुस्न की गलियों में ऐसे न खो जाना,

भागदौड़ का है दस्तूर , मगर धीरे धीरे ।

थोड़ी तो रहम कर, ये बेरहमी शोभा नही देती,

टूटता है सबका गुरुर , मगर धीरे धीरे ।।

तेरे संग बीते सभी यादे जिन्दा है अभी,

दिल से मिटेगा, जरुर मगर धीरे धीरे।

अभी कुछ और पल इसी आगोश में जीने दे,

फिर इसे कर देना चकनाचूर, मगर धीरे धीरे ।।

सुना था की मुहब्बत में यकीं मुश्किल से करो ,

मुझ पर भी चढ़ा था सुरूर, मगर धीरे धीरे ।

दुनिया भले ही डूबे इस समंदर में अकेलानंद ,

पार तो मैं निकलूंगा जरुर मगर धीरे धीरे ।।

बीरेंद्र गौतम ” अकेलानंद ” जिला बस्ती

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कलम के जादूगरों का चला जादू , चुतर्थ वार्षिकोत्सव में मचा धमाल

कलम के जादूगरों का चला जादू , चुतर्थ वार्षिकोत्सव में मचा धमाल

 

गजियाबाद में ३० नवंबर को अनंत होटल में कलम के जादूगर  का चर्तुथ वार्षिकोत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया गया । इस कार्यक्रम में पूरे देश भर से आये हुए कवियों ने अपना जादू विखेरा । कलम के जादूगर के संस्थापाक श्री श्रेय तिवारी जी की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम हुंकार  के नाम से आयोजित किया गया । इस संस्था का मुख्य उद्देश्य देश भर के नयी कलम को एक मंच दिलाना और उनकी पहचान दिलाना है ।

कलम के जादूगर
मैं बीरेंद्र गौतम , मुझे भी लिखने का शौक बहुत पहले से ही था मैंने कई सारे कविताये और कहानियां लिखी है ।
परन्तु मंच पर उन्हें सुनाने का मौका पहली बार कलम के जादूगर के होली महोत्सव में माननीय श्रेय तिवारी जी के माध्यम से सौभाग्य प्राप्त हुआ ।  जिससे न सिर्फ मेरी लेखनी को एक दिशा मिली बल्कि मेरे खुद के अन्दर यह जाग्रति पैदा हुई की मैं भी लिख सकता हूँ और आगे अपनी पहचान बना सकता  हूँ ।  अब तक न जाने कितने ही लोगो को इस मंच के माध्यम से एक शुरुआत मिली है और कितने ही कवि आज पूरे देश भर में अपनी रचनाओ द्वारा हिंदी साहित्य की सेवा कर रहे है ।
कलम के जादूगर परिवार का एक ही सपना है हिंदी साहित्य को उंचाइयो तक ले जाना और हर उस नए कलाकार को एक मंच दिलाना  ।
हुंकार का संचालन कवियित्री पूजा श्रीवास्तव , कवियित्री अलका  बलूनी पन्त , कवियित्री भावना जैन और कवियित्री अर्चना झा द्वारा किया गया ।
इस क्रायक्रम में हुंकार भरने वाले पूरे देश से पधारे रचनाकार है –  अंजू चौधरी, श्राबोनी गांगुली , मंजू कुशवाहा , पूनम नैन मलिक , रजनी जैन उन्नत , दीप्ति मिश्रा , स्मिता सिंह चौहान , ईशा भारद्वाज, मीरा सजवान , शशि किरण श्रीवास्तव, दीपिका वाल्दिया, अंजना जैन, नीलम यादव, डा सरिता गर्ग, संगीता वर्मा, डा वंदना श्रीवास्तव, सुकृति श्रीवास्तव, निशा सक्सेना, पारुल चौधरी, दीपांशी शुक्ला, कुलदीप  शुक्ला, डा ब्रजभूषण, विक्रम सिंह यादव वरनी, निर्दोष कुमार विन , रिजवान फरीदी , पद्मनाभ त्रिपाठी , तरुण जैन, शशांक मणि यादव , भूपेंद्र राघव, वेद भारती , अरुण कुमार श्रीवास्तव, विनय कुमार साहू निश्छल, विजय पुरोहित, नवीन जोशी नवल, और बीरेंद्र गौतम “अकेलानंद” 
इस कार्यक्रम में किसी  ने हास्य छेड़ा तो किसी ने राजनीति पर व्यंग कसा , सभी रचनाकारों ने अपने उत्कृष्ट रचना द्वारा श्रोताओ का मन मोह लिया  । क्रायक्रम के अंत में सभी  रचनाकारों को कलम के जादूगर के समूह द्वारा सम्मानित किया गया ।

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