चले जाओ न आना तुम दोबारा लौटकर – CHALE JAO NA AANA TUM DOBARA LAUTKAR
चले जाओ न आना तुम दोबारा लौटकर – CHALE JAO NA AANA TUM DOBARA LAUTKAR
चले जाओ न आना तुम दोबारा लौटकर,
नहीं हम जोड़ते रिश्ते को फिर से तोड़कर ।।
बिताये दिन तुम्हारे साथ थे हम क्यों भला,
समझ पाए नहीं तुम हो मुसीबत की बला ।
तुम्हे दिन रात हम तो याद करते ही रहे,
मगर पीछे सदा ही काटते थे तुम गला ।।
चैन से जी रहा हूँ मैं तुम्हे अब छोड़कर,
चले जाओ न आना तुम दोबारा लौटकर …
पढाई भी तुम्ही ने तो मेरी बर्बाद कर डाली,
तेरे कारण ही सुनता हूँ पिता जी से अभी गाली ।
जो कुछ भी जेब खर्च मिलते वो सब तुमने किये खाली,
इस झूठे प्यार की खातिर, क्यों मन में थी भरम पाली ।
बहुत खुश है तू अब औरो से रिश्ता जोड़कर,
चले जाओ न आना तुम दोबारा लौटकर … ।।
समझ आता नहीं था जब तू मेरे साथ थी,
बिना पंखो के पंक्षी सी मेरी हालत थी।
इशारो पर तेरे दिन रात यूँ चलता रहा,
सफल तो गयी , मैं हाथ बस मलता रहा ।
मिला क्या तुझको मकसद से मुझको मोड़कर
चले जाओ न आना तुम दोबारा लौटकर ।।
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