राज और राजदार – एक हद तक सीमित रखे

राज और राजदार – एक हद तक सीमित रखे

राज

हम सबकी जिन्दगी में कोई न कोई राज जरूर होते है अगर किसी कारणवश वो  सबके सामने आ जाये तो हो सकता है की आपकी जिन्दगी में कोई भी अनहोनी हो जाये

कुछ राज सकारात्मक भी हो सकते है लेकिन अधिकतर नकारात्मक ही होते है इसलिए तो उन्हें राज रखना पड़ता है

हम सबकी जिन्दगी में जाने अनजाने ऐसी घटनाये घट जाती है या कुछ ऐसा कर जाते है जिन्हें सोचकर बाद में पछतावा ही होता है

ये आपके साथ घटी हुई कोई घटना हो सकती है , या आपके द्वारा की गयी कोई भूल.

राजदार

अब चूकि कोई न कोई राज होने कारण एक राजदार भी होता है  जिसे आपसे ज्यादा आपके बारे में पता होता है I

हम अपनी छोटी बड़ी सारी बाते उसके साथ साझा करते है I लेकिन एक समय ऐसा भी आ जाता है जब दोनों के रास्ते अलग अलग हो जाते है I चाहे वो व्यक्तिगत हो या व्यावसायिक कारणों से I ऐसे में हमारे मन में एक ही शंका उठती है की क्या वो भी उस राज को राज रख पायेगा जो सिर्फ और सिर्फ उसे ही पता है I अगर कही उसने किसी के सामने उसे व्यक्त कर दिया तो मेरी इज्जत भी जा सकती है,   हमारी सारी  छबि धूमिल हो सकती है I अब इस हालात में हम  कुछ भी करने या न करने की स्थिति में रहते है I इसलिए जितना संभव हो सके किसी राजदार से तो दूर रहे , लेकिन अगर है तो कोशिश करे की उसके साथ एक दायरा बना कर रखे I

तो क्या हमें अपने राज किसी को बताने नहीं चाहिए ?

नहीं, मै  तो यही जनता हूँ की हर इंसान  से कोई न कोई भूल अवश्य हो जाती है,  और कुछ न कुछ अनचाही  घटनाये भी हो जाती है I आपको चाहिए की जितना संभव हो अपने राज अपने तक ही सीमित रखे I क्योकि  उसके उजागर होने से आपकी इज्जत दावं पर भी लग सकती हैI वो आपकी कोई भूल भी हो सकती है I लेकिन समय के साथ हर बड़ी छोटी घटनाएं ढक जाती है I

अब हमें खुदको सबके सामने कैसे प्रस्तुत करना है  ये सिर्फ आपके विचार पर निभर है

क्या पति-पत्नी के बीच में राज रहना चाहिए ?

मेरे एक दोस्त ने मुझसे कहा की वो अपनी पत्नी को बेहद प्यार करता था I एक दिन बातो ही बातो में उसने वो सब बता दिए जो की उसकी नजर में महज एक भूल थी लेकिन  उस घटना के बाद दोनों के बीच में तनाव उत्पन्न हो गया I मैं  यह नहीं कहता की अपने जीवनसाथी से कोई बात छुपा कर रखो.मैं इतना जरूर कहना चाहूँगा की जिस बात को राज रखने में ही परिवार की भलाई हो उसे राज ही रहने दे तो जीवन आसान  रहती है I  शादी से पहले की जिन्दगी में दोनों के कुछ राज जरूर होते है अब उन बातो को आगे लाने का कोई औचित्य नहीं है I

कोशश करे की पुनः ऐसी कोई भूल न हो जाये जिससे एक दुसरे से नजर न मिला पाए . इस लिए बीती हुई बातो पर पर्दा डालने में ही भलाई है


इसे भी पढ़े:  विश्वास, अपनो और गैरों के सहारे का मापदंड

राज और राजदार – एक हद तक सीमित रखे Read More »