इतने तो खुशकिस्मत नहीं जो किसी का प्यार मिल जाये। Leave a Comment / काव्य / By Akelanand Spread the love Post Views: 143 इतने तो खुशकिस्मत नहीं जो किसी का प्यार मिल जाये। इतने तो खुशकिस्मत नहीं जो किसी का प्यार मिल जाये।पल भर का साथ ही काफी है जिंदगी गुजारने के लिए।। वो जरा साथ क्या आये हम प्यार समझ बैठे। उनकी मीठी यादों के हक़दार समझ बैठे।। मेरे उम्र भर की हंसी,उनके मुस्कान से कम है बेमतलब ही एक मतलबी को यार समझ बैठे।। खुद को आईने में देखते ही, वो मुझको आइना दिखा गयी। अपने औकात के मुताबिक, प्यार करना सिखा गयी।। इसे भी पढ़े- तन्हा दिल